स्टार्टअप इंडिया प्लान
स्टार्टअप इंडिया प्लान इंडिया गवर्नमेंट द्वारा एक इनिसिएशन है जिसका ऐम आल ओवर द कंट्री प्रोडक्ट और सर्विस के डेवलप करना है और इनोवेशन एंड इम्प्लॉइमेंट के चांसेस के क्रिएशन को एंकरेज्ड करना है। प्लान का एक ऐम यह है कि रिगुलेटरि बरडेन को लो करके इंडिया में एक स्टार्टअप को रजिस्टर्ड करने के वे को ईजी बनाया जाए और काम्प्लीएंस कास्ट कम रखते हुए उन्हें अपने चीफ बीजिनेस पर कन्संट्रेट करने की पर्मिशन दी जाए और बड़े स्केल पर नेटवर्किंग के चांसेस से अलग कई बेनीफिट प्रोवाइड किए जाएं।बी-एनुएल स्टार्टअप फ़ेस्टिवल्स को इंडिया गवर्नमेंट द्वारा होम और इन्टरनेशनल लेवल हेल्ड किया जाता है।
स्टार्टअप इंडिया प्लान के बेनीफिट
इनकम टैक्स बेनीफिट
स्टार्टअप्स को अब डेट ऑफ इंकार्पोरेशन से तीन ईयर की पिरिएड के लिए इनकम टैक्स में कन्सेसन प्रोवाइड की जाती है प्रोवाइडेड कि वे इंटर मिनिस्टेरिएल बोर्ड द्वारा सर्टिफाइड हों। इसके अलावा DPIIT (बीजिनेस और इंटरनल ट्रेड को इंक्रीमेंट देने के लिए डिपार्टमेन्ट ) से अपान रिसीविंग रिकग्निशन और अगर शेयरों के प्रपोज्ड रिलीज होने के बाद पेमेंट की गई शेयर कैपिटल की टोटल एमाउंट और स्टार्टअप के प्रीमियम को शेयर करें | यदि कोई हो तो INR से अधिक नहीं है 25 करोड़ स्टार्टअप को इनकम टैक्स एक्ट 1961 -2014 की आर्टिकल 56 के अंडर कैपिटल प्राफ़िट टैक्स से भी कन्सेसन दी जाएगी ।
फाइनेंसिएल प्राफ़िट
स्टार्टअप्स को पेटेंट पर 80% और ट्रेडमार्क पर 50% की इंटेलेक्चुएल प्रापर्टी राइट (IPR) कॉस्ट में कन्सेसन दी जाती है और उन्हें गवर्नमेंट द्वारा प्रोवाइड की जाने वाली फेसिलिटीज़ प्रोवाइड करने वालों द्वारा एक्टिवली हेल्प प्रोवाइड की जाती है जो IPR की सिक्योरिटी और कामर्सीएलाइजेशन में हेल्प करते हैं। आईपीआर अप्लीकेशन्स की एकजामिनेशन एंड डिस्पोजल भी फास्ट से होता है। गवर्नमेंट फेसिलिटी फीस का भी पेमेंट करेगी।
रजिस्ट्रेशन बेनीफिट
इंडिया में स्टार्टअप रजिस्ट्रेशन अभी भी कंप्लीकेटेड है जिसमें नीड़स के हारमनी के रीज़न किसी बीजिनेस के एक्चुएल ऑपरेशन की कंप्रिजन में इंकार्पोरेशन और रजिस्ट्रेशन को मच हार्डर माना जाता है। इस प्लान के अंडर स्टार्टअप इंडिया हब स्टार्टअप के लिए नेटवर्किंग के चांस और प्रोवाइड सपोर्ट के लिए एक पोर्टल प्लान के अंडर गवर्नमेंट द्वारा प्रोवाइड की जा रही एक प्राबलम विंडों के साथ बनाया गया है।
वेल्थ या मनी
कुछ राज्य योजना के तहत सर्टिफाइड स्टार्टअप को सीड फंडिंग प्रदान करते हैं । अपने राज्य और जगह की आवश्यकताओं के बारे में जानने के लिए यहाँ क्लिक करें।
रिगुलेटरी बेनीफिट
स्टार्टअप इंडिया प्लान के अंड स्टार्टअप को एक ईईजी ऑनलाइन प्रासेस के मीडियम से सिक्स लेबर लॉंज और थ्री एनविरोनमेंटल लॉंज के लिए सेल्फ – अटेस्टेड करने की परमिशन है । के लिए लेबर लॉंज कोई इंस्पेक्सन 5 इयर्स की पिरिएड के लिए हेल्ड किया जाएगा जब तक कि वहाँ ब्रेच या वायलेशन की एक रिलाएबल और इंस्पेक्सन कम्पलेन रिटेन रूप में एंटर किया गया है और एक ओफिसर् ने एट लिस्ट एक लेवल के इंसपेकसन ओफिसर्स जो सीनियर है द्वारा अप्रूवल दे दी। एनविरोनमेंटल लॉं के मैटर में 'व्हाइट कैटेगरी (सेंट्रल पाल्युशन कंट्रोल बोर्ड द्वारा डिफ़ाइन) के अंडर आने वाले स्टार्टअप कम्प्लीएंस का सेल्फ सर्टिफिकेशन करने में कैपेबल होंगे और ऐसे मैटर में ओन्ली रेंडम चेक ही की जाएगी।
पब्लिक अचिवमेंट के बेनीफिट
एक बार जब आपका स्टार्टअप इंटर-मिनिस्ट्रियल बोर्ड ऑफ सर्टिफिकेशन और डीआईपीपी (डिपार्टमेंट ऑफ इंडस्ट्रियल पॉलिसी एंड प्रमोशन) नंबर से सर्टिफाइड हो जाता है तो आप इंडिया गवर्नमेंट के ई-प्रोक्योरमेंट पोर्टल पर एक वेंडर के रूप में लिस्टेड हो सकते हैं गवर्नमेंट ई -मार्केटप्लेस -और क्वालिटी और टेकनालजी नीड़ को कंप्लीट करती है | जो आपकी सबजेक्ट टु कैपसिटी इंडिया गवर्नमेंट के आल मिनिस्ट्रिएल / डिपार्टमेन्ट / पब्लिक सेक्टर अंडरटेकिंग के अंडर का ट्रैक है। सर्टिफिकेट स्टार्टअप आपकी लंगवेज़ के साथ-साथ फोरमर बीजिनेस और एक्सपीरिएन्स रिलेटेड नीड्स के अर्नेस्ट मनी डिपॉजिट करने पर कन्सेशन के एंटाईट्लेड होंगे।
फास्ट एक्जिट माइलेज
गवर्नमेंट बैंकरप्टसी प्रोफेशनल की अप्वाइंटमेंट के ऑपरेशन को क्लोज करने में स्पीड अप में और गुड्स की सेल की फेसिलिटी के लिए और साथ ही क्रेडिटर्स का पेमेंट करके ऑपरेशन एजिली डाऊन वाईंडिंग बनाने प्रोविजन्स की स्टार्ट की है यह सब करते हुए जजिंग लिमिटेड लाएबिलिटी। एक एजी लोन स्ट्रक्चर या इस प्लान के अंडर रिफर्ड क्राइटेरिया को कंप्लीट करने वाले स्टार्टअप 90 डेज के विथिन फूल एक्ज़िट प्राप्त करने में कैपेबल होंगे।
स्टार्टअप इंडिया प्लान के अंडर चेकलिस्ट
यदि प्लान के अंडर कोई ऑर्गनाइज़ेशन एलीजिबल होगा
- इसे एक प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के रूप में इंकलुड़ किया गया है या इंडिया में एक पार्टनरशिप फर्म या लिमिट लाएबिलिटि पार्टनरशिप के रूप में रजिस्टर्ड है
- इसके इंकार्पोरेशन / रजिस्ट्रेशन की डेट से दस ईयर से भी कम टाइम हो गया है
- इंकार्पोरेशन / रजिस्ट्रेशन के बाद से किसी भी फाइनेंसिएल ईयर के लिए इसका बीजिनेस INR 100 करोड़ से अधिक नहीं हुआ है
- इसके पास DIPP नंबर होना चाहिए
- यह एक इनक्यूबेशन फंड, एंजेल फंड या प्राइवेट इक्विटी फंड द्वारा फंडेड होता है जो इंडियन सेक्यूरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड (SEBI) द्वारा रजिस्टर्ड होता है।
- इसने इंडियन पेटेंट और ट्रेडमार्क ऑफिस से गार्जियन गारंटी ली है
- इसमें एक इनक्यूबेटर से एक रिक्मेंडेशन पेपर है
- कैपिटल बेनीफिट को इनकम टैक्स से कन्सेशन प्राप्त है
यह इनोवेशन, डेवलप या प्रोडक्ट या प्रासेस या सर्विस के इंप्रूव की डाएरेक्सन में वर्क कर रहा है या यदि यह एम्प्लायमेंट जनरेशन या वेल्थ क्रिएशन के लिए हाई कैपसिटी वाला एक स्केलेबल बीजिनेस मॉडल है|
प्लान के अंडर रजिस्ट्रेशन की प्रासेस
सबसे इंपोर्टेण्ट स्टेप कंपनी को ओनली थ्री पासिबल टाइप्स में से एक के रूप में रजिस्टर करना है |
- प्राइवेट लिमिटेड कंपनी कॉर्पोरेट मैटर के मिनिस्टरि के अंडर रजिस्ट्रेशन और कंपनी एक्ट 2013 और कंपनी इंकार्पोरेशन रूल 2014 द्वारा रिगूलेटेड । इस प्रकार की स्ट्रक्चर डाएरेक्टर्स टु शेयरहोल्डर्स से सेपरेट होने की परमिशन देती है और शेयरहोल्डर्स के लिए कुछ लाएबिलिटी के साथ लिमिट लाएबिलिटी प्रोवाइड करती है। ओनरशिप ।प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के रजिस्ट्रेशन के बारे में लर्न मोर के लिए प्लीज यहाँ क्लिक करें।
- पार्टनरशिप फर्म, पार्टनरशिप फर्म एक्ट के अंडर रजिस्टर्ड एक ऐसा फ्रेम है जहां फाउंडेड फर्मों के रजिस्ट्रार के साथ मेंसन कंडीशंस के साथ पार्टनर शिप के अंडर होते हैं। इस अंडर स्ट्रक्चर पार्टनर्स की अन -लिमिटेड लाएबिलिटी होती है जिसका मिन्स है कि वे बीजिनेस के लोन के लिए पर्सनल रूप से रिस्पांसिबल हैं। अलदो लो कॉस्ट स्टेब्लिस करने में एजिली और मिनिमम नीड़ उन बीजिनेस के लिए ईजी आप्सन बनाती हैं जो किसी भी लोन पर लेने की पासीबीलीती नहीं है। पार्टनरशिप फर्म को रजिस्टर करने के बारे में अधिक जानने के लिए प्लीज यहां क्लिक करें। ।
- लिमिट लाएबिलिटी पार्टनरशिप एक्ट 2008 के अंडर रजिस्टर्ड लिमिट लाएबिलिटी पार्टनरशिप (LLP) एक स्ट्रक्चर है जिसमें एक पार्टनरशिप फर्म लिमिट लाएबिलिटी और ट्रान्स्फीएरेबिलिटी जैसी फेसिलिटीज़ के मैटर में एक प्राइवेट लिमिट कंपनी की करैक्टेरिस्टिक पर वर्क करती है। LLP स्ट्रक्चर को 2009 में इंडिया में प्रजेंट किया गया था जो एक ऐसा बीजिनेस प्रदान करता है जो लिमिट लाएबिलिटी के साथ प्रोवाइड करके ओनर्स को बनाए रखना और उनकी हेल्प करना ईजी है। LLP एंटर करने के बारे में अधिक जानने के लिए प्लीज यहां क्लिक करें।
एक बार रजिस्टर होने के बाद यहां क्लिक करें और DPIIT द्वारा स्टार्टअप इंडिया स्कीम के अंडर स्टार्टअप के रूप में आइडेंटिफ़ाई किए जाने वाले मेंसन स्टेप्स का फालों करें | जिसमें वे जो भी डाकुमेंट डिमांडेड हैं उन्हें अपलोड करना और डिमांडेड इन्फार्मेशन प्रप्रोवाइड करना जैसे कि रजिस्ट्रेशन / इंकार्पोरेशन नंबर रिप्रजेन्तेटिव, डाएरेक्टर्स, या पार्टनर इनवोल्व हैं। एड्रेस, इंकार्पोरेशन की डेट, और इसी तरह।
क्यों Vakilsearch
Vakilsearch भारत का सबसे बड़ा प्रोफेशनल फोरम है जिसमें वकीलों, चार्टर्ड एकाउंटेंट और कंपनी सेक्रेटरी के साथ ईयर्स का एक्सपीरिएन्स है। हम अपनी टेक्निकल कैपेबिलिटी और लीगल प्रोफेशनल की हमारी टीम की स्पेसिएलिटी का प्राफ़िट उठाकर हर महीने 1000 से अधिक कंपनियों और एलएलपी के लिए लीगल वर्क एक्स्क्युटिड करते हैं।
9.1 कस्टमर स्कोर
हम आपके लिए सभी पेपर वर्क करके गवर्नमेंट के साथ आपकी बातचीत को एज स्मूथ एज पासिबल बनाते हैं। हम रिएलिस्टिक एक्सपेक्टेशन को रेट करने की प्रासेज पर भी आपको क्लेरिटी प्रदान करेंगे।
300 - स्ट्रॉंग टीम
300 से अधिक एक्स्पिरिएंस्ड एड्वाइजर्स और लीगल प्रोफेशनल्स की एक टीम के साथ आप लीगल सर्विसेस में बेस्ट से केवल एक फोन कॉल की डिस्टेन्स पर हैं।
एंटर करने के लिए एक्सपर्ट्स की ओपिनियन
हम रिलाइएबल प्रोफेशनल्स तक पहुंच प्रोवाइड करते हैं और आपकी सभी लीगल आवश्यकताओं को कंप्लीट करने के लिए उनके साथ कोअर्डिनेशन करते हैं । आप हमारे ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म पर आल टाइम प्रोग्रेस को ट्रैक कर सकते हैं।
रिएलिस्टिक एक्सपेक्टेशन
सभी पेपर वर्क को विथ केयर हम गवर्नमेंट के साथ एक ईजी इंटरैक्टिव प्रासेज श्योर करते हैं। हम रिएलिस्टिक एक्सपेक्टेशन को रेट करने के लिए इंकार्पोरेशन प्रोसेस पर क्लेयरिटी प्रोवाइड करते हैं।
400,000 कस्टमर्स का भरोषा ...