देश में कंपनियों के रजिस्ट्रेशन के कई तरीके हैं इनमें से एक है लिमिटेड लायबिलिटी पार्टनरशिप (LLP) फॉर्म है|एलएलपी के तहत, दो या दो से अधिक पार्टनर एक स्पेशल एग्रीमेंट बनाते हैं और उनकी सीमित जिम्मेदारियां होती हैं। यह कॉरपोरेट मामलों के मंत्रालय (MCA) के अनुपालन और नियम अनुसार रजिस्टरड होते हैं|
आइये नज़र डालते हैं एलएलपी से सम्बंधित कुछ महत्वपूर्ण बातों पर
1.LLP के स्ट्रक्चर को सिर्फ किसी कंपनी द्वारा ही इस्तेमाल किया जा सकता है.
2. कंपनी के रजिस्ट्रेशन की यह प्रासेस बहुत आसान है और इसमें खर्च भी बहुत कम आता है |
3.LLP Registration एक अलग लीगल यूनिट है यह इंडिविजुएल पार्टनर से अलग है |
4. कंपनी के रजिस्ट्रेशन के एग्रीमेंट के केल्कुलेशन से हर पार्टनर की रिस्पान्सिबिलिटी लिमिट है | इसकी वजह यह है कि रिगूलर पार्टनर- शिप फर्म में अन-लिमिटेड रिस्पान्सिबिलिटीज होती है जबकि इसमें शेयर होल्डिंग के केल्कुलेशन से ही रिस्पान्सिबिलिटी होती है |
5.LLP के अंडर रजिस्टर की जाने वाली कंपनी पर गवर्नमेंट के कुछ रेसट्राइकसन इश्यू होते हैं | इसके साथ ही कंप्लायंस रिलेटेड कुछ मैटर भी हैं | यह जनरल पार्टनरशिप फर्म की तुलना में अधिक कठिन होते हैं |
वकिलसर्च की माध्यम से आप लिमिटेड लायबिलिटी पार्टनरशिप रजिस्ट्रशन सरल रूप से कर सकते हैं।
- हम आपकी company registration के लिए सही नाम चुनते हैं|
- हम आपको डीएससी दिलवाते हैं|
- हम लिमिटेड लायबिलिटी पार्टनरशिप एग्रीमेंट ड्राफ्ट करते हैं|
एलएलपी रजिस्ट्रशन के लिए दिए गए डाक्यूमेंट्स की जरुरत होती है –
- पार्टनर्स के डिजिटल हस्ताक्षर और DIN
- प्रपत्रों का सत्यापन
- आरओसी
- एलएलपी प्रमाणपत्र
- एलएलपी एग्रीमेंट का ज़ेरॉक्स
- एलएलपी एग्रीमेंट का फाइलिंग
लिमिटेड लायबिलिटी पार्टनरशिप को बैंक या नॉन बैंकिंग फाइनेंसियल कंपनियों से लोन लेने में आसानी होती है।