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धारा 452 क्या है सजा, जमानत और बचाव | Dhara 452 IPC in Hindi

आईपीसी धारा 452: घर में अत्याचार का मुकदमा। यह धारा घर में हिंसा के आरोप की सजा का विवरण प्रदान करती है।

Table of Contents

धारा 452 क्या है? धारा 452 कब लगती है

भारतीय दंड संहिता की धारा 452 आईपीसी के तहत, “घर में घुसना, चोट पहुंचाने के लिए हमले की तैयारी, हमला या गलत तरीके से दबाव बनाना” को एक अपराध माना गया है। इस धारा के अनुसार, जो भी व्यक्ति बिना अनुमति किसी के घर में घुसता है, उस पर हमले की तैयारी करता है, उस पर हमला करता है या उसे किसी प्रकार की चोट या दबाव से डराता है, तो उसे किसी एक अवधि के लिए कारावास की सजा होगी जिसे सात साल तक बढ़ाया जा सकता है, और साथ ही वह आर्थिक दंड के लिए भी उत्तरदायी होगा।

नई भारतीय आपराधिक कानून के तहत, IPC की धारा 452 की जगह अब BNS की धारा 333 लागू होगी, जो 1 जुलाई 2024 से लागू हो गई है। नए नियम और सज़ा की जानकारी के लिए BNS धारा 333 देखें।

धारा 452 के अंतर्गत अपराध की परिभाषा

धारा 452 आईपीसी (IPC) के अंतर्गत अपराध की परिभाषा निम्नलिखित है:

  • किसी व्यक्ति द्वारा बिना अनुमति किसी के घर में घुसना;
  • किसी व्यक्ति द्वारा उस घर में घुसने के बाद उस पर हमले की तैयारी करना;
  • किसी व्यक्ति द्वारा उस घर में घुसने के बाद उस पर हमला करना;
  • किसी व्यक्ति द्वारा उस घर में घुसने के बाद उस व्यक्ति को किसी प्रकार की चोट या दबाव से डराना।

धारा 452 आईपीसी के अंतर्गत अपराध के लिए आवश्यक तत्व

धारा 452 आईपीसी के अंतर्गत अपराध के लिए निम्नलिखित तत्व आवश्यक हैं:

  • अपराधी का किसी व्यक्ति के घर में प्रवेश करना;
  • अपराधी का ऐसा प्रवेश बिना अनुमति के होना;
  • अपराधी का ऐसा प्रवेश किसी गलत इरादे से होना;
  • अपराधी का ऐसा प्रवेश किसी चोट पहुंचाने, हमला करने या गलत तरीके से दबाव बनाने के लिए होना।
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IPC धारा 452 के अंतर्गत अपराध की सजा

धारा 452 आईपीसी के अंतर्गत अपराध के लिए सजा निम्नलिखित है:

  • किसी एक अवधि के लिए कारावास, जिसे सात साल तक बढ़ाया जा सकता है;
  • आर्थिक दंड।
  • धारा 452 के अंतर्गत अपराध को समझौता करने योग्य नहीं माना गया है।
  • धारा 452 आईपीसी के अंतर्गत अपराध गैर-जमानती है।
  • धारा 452 के अंतर्गत अपराध समझौता करने योग्य नहीं होने के कारण, यदि कोई व्यक्ति धारा 452 के अंतर्गत अपराध करता है, तो उसे न्यायालय में उपस्थित होना होगा और अपने बचाव के लिए अपना पक्ष रखना होगा।

धारा 452 आईपीसी के अंतर्गत अपराध के लिए कुछ उदाहरण

  • यदि कोई व्यक्ति बिना अनुमति किसी के घर में घुसता है और उस व्यक्ति को चोट पहुंचाने के लिए हमले की तैयारी करता है, तो वह धारा 452 के अंतर्गत अपराधी होगा।
  • यदि कोई व्यक्ति बिना अनुमति किसी के घर में घुसता है और उस व्यक्ति पर हमला करता है, तो वह धारा 452 के अंतर्गत अपराधी होगा।
  • यदि कोई व्यक्ति बिना अनुमति किसी के घर में घुसता है और उस व्यक्ति को किसी प्रकार की चोट या दबाव से डराता है, तो वह धारा 452 आईपीसी के अंतर्गत अपराधी होगा।

IPC 452 अपराध से बचाव के लिए उपाय

  • अपने घर के दरवाजे और खिड़कियों को हमेशा बंद रखें।
  • अपने घर के आसपास सुरक्षा व्यवस्था का ध्यान रखें।
  • किसी अजनबी व्यक्ति को अपने घर में प्रवेश न दें।
  • यदि कोई अजनबी व्यक्ति आपके घर में प्रवेश करने की कोशिश करता है, तो तुरंत पुलिस को सूचित करें।

निष्कर्ष: IPC धारा 452 से जुड़ी जरूरी बातें

धारा 452 आईपीसी एक गंभीर अपराध है। इस अपराध के लिए कड़ी सजा का प्रावधान है। इसलिए, किसी को भी बिना अनुमति किसी अन्य व्यक्ति के घर में घुसने या उस पर हमला करने या उस पर गलत तरीके से दबाव बनाने का प्रयास नहीं करना चाहिए।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्नों (FAQs)- – धारा 452 आईपीसी

1. धारा 452 आईपीसी में किस तरह के कार्य को अपराध माना गया है?

धारा 452 बिना अनुमति किसी के घर में घुसने, चोट पहुंचाने के लिए हमले की तैयारी करने, उस पर हमला करने या किसी तरह के दबाव से डराने के कार्य को अपराध मानती है।

2. अपराध के लिए आवश्यक तत्व कौन से हैं?

अपराध के लिए चार तत्व आवश्यक हैं:

  • बिना अनुमति घर में प्रवेश: अपराधी को बिना किसी अनुमति के घर में प्रवेश करना चाहिए।
  • गलत इरादा: प्रवेश का इरादा चोट पहुंचाने, हमला करने या गलत तरीके से दबाव बनाने के लिए होना चाहिए।
  • प्रवेश का कार्य: अपराधी ने वास्तव में घर में प्रवेश किया हो।
  • किसी व्यक्ति को डराना या चोट पहुंचाना: इस अपराध के लिए किसी व्यक्ति को चोट पहुंचाना या डराना आवश्यक नहीं है, बल्कि सिर्फ ऐसे इरादे का होना भी पर्याप्त है।

3. इस अपराध की सजा क्या है?

इस अपराध के लिए सात साल तक के कारावास और जुर्माना लगाया जा सकता है।

4. क्या इस मामले में समझौता हो सकता है?

नहीं, धारा 452 के अंतर्गत अपराध समझौता करने योग्य नहीं है।

5. क्या इस मामले में जमानत मिल सकती है?

नहीं, यह अपराध गैर-जमानती है।

6. अपने घर की सुरक्षा के लिए मैं क्या कर सकता हूं?

अपने घर की सुरक्षा के लिए आप ये कदम उठा सकते हैं:

  • दरवाजे और खिड़कियां मजबूत और हमेशा बंद रखें।
  • सुरक्षा अलार्म लगाएं और सीसीटीवी कैमरे लगाने पर विचार करें।
  • अजनबियों को घर में न आने दें और उन्हें पहचानने का प्रयास करें।
  • आपात स्थिति के लिए पुलिस का नंबर और पड़ोसियों के संपर्क नंबर अपने पास रखें।

7. अगर कोई मेरे घर में बिना अनुमति घुस आता है तो मैं क्या करूं?

अगर कोई आपके घर में बिना अनुमति घुस आता है तो आप ये कदम उठा सकते हैं:

  • तुरंत चिल्लाएं और मदद के लिए बुलाएं।
  • सुरक्षित जगह पर चले जाएं और खुद को बचाएं।
  • अगर संभव हो तो तुरंत पुलिस को सूचित करें।
  • घटना का विवरण नोट कर लें, जैसे कि व्यक्ति का हुलिया और समय।

8. क्या मुझे किसी वकील से सलाह लेनी चाहिए?

अगर आप इस अपराध के शिकार हुए हैं या आप पर इस तरह का आरोप लगा है तो किसी वकील से सलाह लेना आपके हित में होगा।

About the Author

Nithya Ramani Iyer, a Business Finance & Compliance Consultant at Vakilsearch, holds a Bachelor’s degree in Commerce (B.Com) with a specialization in Finance and Taxation, along with a Master’s degree in Business Administration (MBA) in Financial Management. With over 10 years of experience, she specialises in business finance, legal compliance, and risk management, helping businesses secure funding and meet regulatory requirements.

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